नमामि देवी नर्मदे (हिंदी) –
जय हो! देवी नर्मदे ,
नमामि देवी नर्मदे
दुखों को अब सवार दे!
निर्मला-निर्झरा
बह रही है सर्वदा।
है पवित्र प्रेम की
एक कहानी नर्मदा।
तू है सुख कारनी,
समस्त दुःख हारनी।
मुझे न अब विसार दे!.. .. .. ..
नमामि देवी नर्मदे
दुखों को अब सवार दे!
जल मे है माँ निशा,
कंकरो मे भी शिवा,
दुर्गम पथ वाहिनी,
सतत जल प्रवाहिनी।
गा रहा हूं आरती
पार उस उतार दे।.. . .. . ..
नमामि देवी नर्मदे
दुखों को अब सवार दे!
तट पे तेरे जो बसे
पाक नीर से सजे,
युगों- युगों से जल भरे।
पा- पीओ को तारकर,
फिर नया अवतार दे!
नमामि देवी नर्मदे !
जय हो! देवी नर्मदे ,
दुखों को अब सवार दे!