🪔 श्री काली चालीसा in hindi
श्री काली चालीसा लिरिक्स ,Kali Chalisa Lyrics in Hindi – ॥ दोहा ॥ जयकाली कलिमलहरण, महिमा अगम अपार ।महिष मर्दिनी कालिका , देहु अभय अपार ॥ ॥ चौपाई ॥ रि मद मान मिटावन हारी ।मुण्डमाल गल सोहत प्यारी ॥ अष्टभुजी …
श्री काली चालीसा लिरिक्स ,Kali Chalisa Lyrics in Hindi – ॥ दोहा ॥ जयकाली कलिमलहरण, महिमा अगम अपार ।महिष मर्दिनी कालिका , देहु अभय अपार ॥ ॥ चौपाई ॥ रि मद मान मिटावन हारी ।मुण्डमाल गल सोहत प्यारी ॥ अष्टभुजी …
यहां हम बृहस्पति चालीसा इन हिंदी (brihaspati chalisa in hindi) प्रस्तुत कर रहे है। यदि आप इस चालीसा को पड़ना चाहते है तो आप इस चालीसा को पढ़ सकते है। बृहस्पति चालीसा लिरिक्स – ॥ दोहा ॥ प्रन्वाऊ प्रथम गुरु …
नरसिंह चालीसा लिरिक्स – मास वैशाख कृतिका युत हरण मही को भार ।शुक्ल चतुर्दशी सोम दिन लियो नरसिंह अवतार ।। धन्य तुम्हारो सिंह तनु, धन्य तुम्हारो नाम ।तुमरे सुमरन से प्रभु , पूरन हो सब काम ।। नरसिंह देव में …
श्री माजीसा चालीसा लिरिक्स – ||दोहा ||जसोलगढ़ में थे प्रकट्या महाराणी, पण है उजालो च्यारो मेरजैसलमेर, जोधाणों थाने ध्यावे और आखो ध्यावे बीकानेर॥म्हारी थाने है बिनती, थे रखिजो म्हारी लाजथारी शरण में म्हे पड्या, हो माजीसा महाराज॥ || चौपाई ||जय …
श्याम चालीसा लिरिक्स – जय हो सुंदर श्याम हमारे,मोर मुकुट मणिमय हो धारे।कानन के कुंडल मन मोहे,पीत वस्त्र कटि बंधन सोहे। गल में सोहत सुंदर माला,सांवरी सूरत भुजा विशाला।तुम हो तीन लोक के स्वामी,घट घट के हो अंतरयामी। पदम नाभ …
राम चालीसा लिरिक्स – ॥ दोहा ॥आदौ राम तपोवनादि गमनं हत्वाह् मृगा काञ्चनंवैदेही हरणं जटायु मरणं सुग्रीव संभाषणंबाली निर्दलं समुद्र तरणं लङ्कापुरी दाहनम्पश्चद्रावनं कुम्भकर्णं हननं एतद्धि रामायणं ॥ चौपाई ॥श्री रघुबीर भक्त हितकारी ।सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी ॥ निशि …
भैरव चालीसा लिरिक्स – दोहा- श्री गणपति गुरु गौरी पद प्रेम सहित धरि माथ।चालीसा वंदन करो श्री शिव भैरवनाथ॥श्री भैरव संकट हरण मंगल करण कृपाल।श्याम वरण विकराल वपु लोचन लाल विशाल॥ चालीसा – जय जय श्री काली के लाला। जयति …
गुरु चालीसा लिरिक्स – ॥ दोहा ॥ॐ नमो गुरुदेवजी,सबके सरजन हार।व्यापक अंतर बाहर में,पार ब्रह्म करतार॥ देवन के भी देव हो,सिमरुं मैं बारम्बार।आपकी किरपा बिना,होवे न भव से पार॥ ऋषि-मुनि सब संत जन,जपें तुम्हारा जाप।आत्मज्ञान घट पाय के,निर्भय हो गये …
श्री कृष्ण चालीसा लिरिक्स – ॥ दोहा॥बंशी शोभित कर मधुर,नील जलद तन श्याम ।अरुण अधर जनु बिम्बफल,नयन कमल अभिराम ॥ पूर्ण इन्द्र, अरविन्द मुख,पीताम्बर शुभ साज ।जय मनमोहन मदन छवि,कृष्णचन्द्र महाराज ॥ ॥ चौपाई ॥जय यदुनंदन जय जगवंदन ।जय वसुदेव …
श्री पद्मप्रभु चालीसा लिरिक्स – || दोहा || शीश नवा अरिहन्त को सिद्धन करूँ प्रणाम |उपाध्याय आचार्य का ले सुखकारी नाम ||सर्व साधु और सरस्वती जिनमन्दिर सुखकार |पद्मपुरी के पद्म को मन-मन्दिर में धार || || चौपाई || जय श्री …